उदय भवालकर

तानसेन समारोह 2021: घटम… ध्रुपद और सितार की श्रेष्ठता से रुबरु हुए दर्शक

वह घड़ेनुमा वाद्य ही तो है जैसे घर में हम कोई मटका बजाते है बिल्कुल वैसा पर विक्कू विनायक एवं उनके परिवार के हाथ जैसे

Read More »

राजस्थान से ही है ध्रुवपद की चारों वाणियों का संबंध

प्रथम से पांचवी सदी तक भारतीय संगीत नृत्य कला परंपरा का व्यापक विस्तार हुआ तथा यह कलाएं भारत में एशिया तक पहुंची अनेक संस्कृतियों, अनेक

Read More »
error: Content is protected !!
× How can I help you?