रंजना मिश्रा, पुणे

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मुस्कुराती हुई एक आवाज़ : बेगम परवीन सुल्ताना

‘उस गैरत-ए-नाहीद की हर तान है दीपक, शोला सा लपक जाए है आवाज़ तो देखो’ बेहद मशहूर शायर मोमिन ख़ाँ ‘मोमिन’ के ये लफ्ज़ वैसे...

मन और आत्मा का संगीत: भारतीय शास्त्रीय संगीत

ऐसी मान्यता है कि सृष्टि का उद्भव ‘ओम’ शब्द से हुआ। ओम का नाद ही इस समस्त चर अचर जगत के प्रादुर्भाव का कारण था।...
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