ईश्वर की अटरिया पर सविता ताई…
‘अँसुवन जल सींची-सींची प्रेम बेली बोई…’ मीरा का पद है, प्रेम की बेल को आँसुओं के जल से सींचा जाता है लेकिन जहाँ गुरू-शिष्य का
‘अँसुवन जल सींची-सींची प्रेम बेली बोई…’ मीरा का पद है, प्रेम की बेल को आँसुओं के जल से सींचा जाता है लेकिन जहाँ गुरू-शिष्य का