तानसेन समारोह 2021: गमक में खिले सूफियाना संगीत के फूल
ग्वालियर। सूफी संगीत की एक अलग ही तासीर है। दरअसल सूफी संगीत सूफी संतों की पवित्र वाणियाँ हैं जो ख़ुदा और बंदे के बीच एक
ग्वालियर। सूफी संगीत की एक अलग ही तासीर है। दरअसल सूफी संगीत सूफी संतों की पवित्र वाणियाँ हैं जो ख़ुदा और बंदे के बीच एक
ग्वालियर। यह अपने आप में मुग्ध करने वाला अनुभव है..सुर वहां मौजूद है इस बात का एहसास अपने आप होता है एक दैविक अनुभव होता
भारतीय शास्त्रीय संगीत के सर्वाधिक प्रतिष्ठित महोत्सव “तानसेन समारोह” के मुख्य मंच की थीम तय हो गई है। इस बार ओंकारेश्वर स्थित सिद्धनाथ मंदिर की
सुर मिलेंगे गले मिलेंगे… मधुरता बांटेगे, और बांटेगे प्रेम का संदेश… तानसेन की नगरी ग्वालियर में 25 दिसंबर से आरंभ हो रहे 97वे विश्व संगीत