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कथक गुरु क्षमा भाटे ने किया “कथक शास्त्र दर्शन” का विमोचन 

सुप्रसिद्ध कथक गुरु सुश्री क्षमा भाटे ने अखिल भारतीय गांधर्व महाविद्यालय मंडल के वाशी स्थित कार्यालय पर मंडल द्वारा प्रकाशित पुस्तक “कथक शास्त्र दर्शन : भाग-२” का विमोचन किया।

विशारद के विद्यार्थियों के लिए विशेष रूप से लिखित यह पुस्तक मंडल के पाठ्यक्रम पर आधारित है तथा इसमें नृत्य के शास्त्र एवं क्रियात्मक दोनों क्षेत्रों का समावेश है।

मंडल के सचिव एवं पाठ्यपुस्तक समिती के संयोजक प्रा माधव वसेकर ने इस अवसर पर कहा कि “काफी समय से विशारद के विद्यार्थियों के लिए इस प्रकार की पुस्तक की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।  और हमें खुशी है की सभी लेखकों के सहयोग से एक उत्तम प्रकार की पुस्तक का प्रकाशन किया गया है जिससे से संपूर्ण देश के कथक विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।” 

मुख्या अतिथि श्रीमती क्षमा भाटे ने अपने उद्बोधन में बताया कि “जब हम सीख रहे थे तब हमें भिन्न भिन्न पुस्तकों को ढूंढना और पढ़ना पड़ता था एवं नोट्स बनाने पड़ते थे। मुझे प्रसन्नता है की मंडल के प्रयासों को अनुभवी लेखकों इस पुस्तक को दिया जो कि निश्चित रूप से भविष्य के कई वर्षो तक कत्थक विद्यार्थियों के लिए ज्ञान का एक महत्वपूर्ण एवं सुलभ स्त्रोत बनेगा।” 

कथक शास्त्र दर्शन: भाग २ के सात सदस्यीय लेखक मंडल में वरिष्ठ कत्थक गुरु सुश्री रोशन दाते एवं युवा कत्थक नृत्यांगना एवं गुरु डॉ. टीना ताम्बे के साथ सुश्री ज्योति शिधये, सुश्री नीलिमा अध्ये, सुश्री राधिका साठे, डॉ. शुभदा गोखले एवं श्री बाळकृष्ण विभूते सम्मिलित है।

मंडल के सचिव प्रा. वसेकर तथा पुस्तक के लेखक मंडल सदस्य  डॉ. टीना ताम्बे, सुश्री ज्योति शिधये, सुश्री नीलिमा अध्ये, एवमं  डॉ. शुभदा गोखले

प्रा. वसेकर ने कहा की इस पाठ्यपुस्तक के तज्ञ लेखकों ने विवाद रहित, कक्षा स्तर के अनुरूप लेखन का प्रयास किया है तथा कत्थक विषय के शास्त्र पक्ष पर विशेष तथा विस्तृत रूप से ध्यान देने का प्रयास किया गया है।

इस अवसर पर मुख्य अथिति सुश्री क्षमा भाटे ने लेखक मंडल का सम्मान किया।

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